सोमवार, 10 सितंबर 2018

स्वामी सानंद के साथ नदी संवाद

नदियां रहेगी तो जीवन रहेगा
जीवन रहेगा तो सरकारें रहेगी ???
तब स्वामी सानंद जी 80 दिनो से अविरल
केवल जल पर बैठै है --वजन घट गया और वह अब
यह कहने लगे है कि --इतने दिन तक और जीवन
चलेगा ?
गंगा पर मेरे मन के मुताबिक क़ानून नही बनता
तब तक मेरी तपस्या चलती रहेगी ।यह तपस्या
राम जी के लिए है ।मै खुश हू।
चित्रकूट मन्दाकिनी नदी शांति यात्रा के
शान्ति सैनिक डाक्टर नागेन्द्र आज हरिद्वार मे
स्वामी सानंद जी के साथ रहे उन्होंने आज
फोन से मेरी बात आदरणीय स्वामी जी से कराई।
डाक्टर नागेन्द्र जी और स्वामी जी के बीच
का संवाद बड़ा तेजस्वी और संवेदनशील रहा।
स्वामी सानंद जी ने कहा कि
राम जी की गंगा राम जी का मै ।
राम जी जैसा चाहेंगे वही होगा ।
पर राम जी गंगा को बचाने मे मेरे प्राण चले
तो जाने दूँगा।
जो कुछ करना है वह राम जी को करना।
बस आप लोग मुझे आशीर्वाद दीजिए कि मै राम जी की गंगा के लिए काम आ सकू।
यह आमरण अनशन नही यह मेरी तपस्या है
अविरल गंगा के लिए ।
आने वाले दिनो मे पानी भी छोडूंगा।
डाक्टर नागेन्द्र जी ने बताया कि प्रोफेसर जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी सानंद  साहब से पहली बार मिला।
नदियो  जंगल आदि की जो जानकारी उनके पास है वह सरकार के इन्जीनियर वैज्ञानिक के पास भी नही होगी।वह बताते है कि अविरल गंगा कैसे हो?
सच मे  वह ग्यान के भण्डार है।हम जैसे आज के युवाओं को सही जानकारी देने वाला बहुत खोजने से मिलता है ।सरकार और समाज को चाहिए कि उनका जीवन बचाए।
अभिमन्यु भाई

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