गुरुवार, 3 मार्च 2016

सूखी पयस्वनी मंदाकनी नदी संवाद यात्रा रिपोर्ट

                                                       

                                              

                                                        ३ मार्च ०१६ की रिपोर्ट
                 बुंदेलखंड जन जल विश्वास यात्रा के प्रथम चरण में पयस्वनी /मंदाकनी नदी संवाद यात्रा चित्रकूट जनपद के सबसे  पहले अर्की गाँव पहुंची।इस ग्राम पंचायत तक मंदाकनी पूरी तरह सूख गयी है।  जिसका चित्र ऊपर है।
                इस गाँव के श्री दिनेश कुमार प्रजापति,अदयभान ,रामरूप ,सहित करीब ५० नागरिक प्रधान जी के निवास में एकत्र थे।संवाद क्या है ? क्यों मुद्दो पर संयोजक श्री रूद्र देव सिंह ने प्रकाश डाला। लोकतंत्र सेनानी श्री भागीरथी सिंह गांधी ने कर्वी में नदी की स्थित बताई।अभिमन्यु भाई ने नदी पर एक मार्मिक गीत प्रस्तुत किया।गीत से भावुक वयोवृद्ध निरक्षर प्रहलाद ने बताया कि हमारे जीवन में पयस्वनी  नदी पहली  बार सूखी है।  नदी हमारी माता है। इसके सूखने का  मुख्य कारण नदी में चेक डैम है। शशिभूषण सिंह ने बताया कि अर्की के नीचे -कुसैली ग्राम पंचायत की सीमा में एक कुण्ड है जन्हा जल श्रोत है वहां से पानी अभी निकल रहा है। अर्की से पहले सरधुवा आदि गाँवों में नदी पूरी तरह सूख गयी है।नदी के सूखने से गाँव के कुवे हैण्ड पम्प सभी सूख गए है। नदी के कुछ कुंडो  में जो पानी भरा है वह जहरीला हो गया है। समाज अभी भी उनमे मरे जानवर डाल रहा है। कुछ लोग ऐसे कुंडो  के बाद बीमार पड़ जाते है। इस संवाद में करीब २० -२५ लोगो ने भाग लिया। नदी पुनर्जीवन के लिए सक्रीय योगदान देने की बात कही। सरकार नदी पुनर्जीवन के बारे सोचे इसके लिए एक सांकेतिक धरना सरधुवा ग्राम में किया  जाय। इसे सभी ने कहा जो स्वीकार किया गया।   


से राजापुर तक सूखी पयस्वनी /मंदाकनी नदी के पुनर्जीवन को लेकर निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज क्रमश अर्की ,कुसेली ,महुवा तथा पनौटी गाँवों में हम लोग गए। यात्रा में मंदाकनी नदी बचाओ  संघर्ष अभियान के संयोजक श्री रूद्र देव सिंह,लोकतंत्र सेनानी श्री भागीरथी सिंह गांधी , किसान संघ के श्री युधिष्ठिर भाई ,सगवारा के युवा सामाजिक कार्यकर्ता श्री रमाकन्त पाण्डेय और बुंदेलखंड जन जल विश्वास यात्राके संयोजक अभिमन्यु भाई थे।

         यात्रा करीब १ बजे कुशेली गाँव पहुंचे। वंहा पर भी संवाद हुवा। सभी ने वही सब बाते बताई जो अर्की गाँव के लोगो ने बताई। बैठक में श्री उदयभान ,धीरज पाण्डेय ,कमाता प्रसाद द्विवेदी ,विजय बहादुर सिंह अनुज मिश्रा जैसे लोगो ने नदी पुनर्जीवन के कामो में अपने योगदान देने हेतु संकल्प लिया। कुसैली में हम लोग नदी देखने गए जन्हा नदी बहती मिली पर पानी कम था। गाँव के लोगो का कहना था कि नदी दिन प्रतिदिन सूख रही है। यह पानी अर्की के पास एक कुण्ड से निकल रहे जल श्रोत का है।गाँव में प्राथमिक विद्द्यालय में शिक्षक सही पढ़ाई नहीं कराते और मिड मील नहीं बनता। आंगनवाड़ी कुसैली गाँव से करीब १किलोमीटर पर है ?सभी बच्चे नहीं जा पाते। 
        यात्रा का अगला पड़ाव महुवा गाँव था। वहा गाँव के कई बुद्धिजीवी संवाद में सम्मलित हुवे।
विनोद सिंह ,अजय सिंह ,कमल सिंह ,गन्धर्व सिंह ,राम प्रकाश उपाध्याय ,जितेंद्र सिंह ,शिव चरण सिंह तथा विनय सिंह जैसे नागरिको ने संवाद में प्रतिभाग किया.सभी लोगो ने वही समस्याएं रखी जो पिछले गाँवों में लोगो ने बताई। सभी ने ७ मार्च ०१६ को  सांकेतिक धरने की
बात का समर्थन किया। 
          पनौटी गाँव में एक युवा की गड्डे में गिर जाने से अचानक मृत्यु होगयी थी। इस युवा को मिर्गी आती थी। थोड़े से पानी में तड़फ कर मरने से गाँव दुखी था।  इसलिए यंहा संवाद नहीं हो सका।
अभिमन्यु भाई
सामाजिक कार्यकर्ता
संयोजक
बुंदेलखंड जन-जल विश्वास यात्रा
९४१५१४३०८२ 

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