बुधवार, 9 मार्च 2011

असुर हारे देवता जीते सूखी नदी में पानी लायेगा नरेगा

संगठन में शक्ति है  सारी  दुनिया  डरती है . अपनी  सूखी   नदी सिंघस्रोत में पानी की धराये  खोजने    वाली   महिलाओ  बच्चो   ने १५ दिन तक  अपने प्रधान बी डी ओ तथा सेक्रेटरी  की   प्रतिक्छा  की . ७ मार्च तक  गाँव के दवारा भेजे गए मांग पत्र के अनुसार नदी में नरेगा लगाने तथा गाँव को पानी के अकाल से बचने  की मांग प्रधान  सेक्रेटरी  बी डी ओ  द्वारा नहीं मांगी गयी तब ८ मार्च को की गाँवो की माहिलानो ने मिलकर निर्णय लिया था क़ि बी डी ओ सेक्रेटरी नरेगा काम सड़क में लगाना चाहते है ताकि नरेगा का पैसा मिल कर खाए हम लोग अब नरेगा जैसी भ्रष्ट योजनो को नही छुवेंगे. अपने गाँवो काम नहीं होने देंगे. यह बात मिडिया तथा समाज के माध्यम  से जैसे ही सेक्रेटरी बी डी ओ को मिली वह १० मार्च को भागे भागे सिंघस्रोत नदी में पहुंचे. उन्होंने सूचनाओ  क़ि हकीकत ली . राम बदन आदिवासी ने कहा क़ि अब आप  लोग क्यों आ रहे है होली में  यंहा के कुछलोग  मेरे साथ आत्मदाह कर लेते तब आते तो आपको यह स्थान  बहुत अच्छा लगता . मुन्नी देवी ने कहा क़ि साल भर से हमे काम नहीं मिल रहा हम हरिलाल को वोट दिया वह अपने वादे भूल गया. हमारे गोरुं को पानी नहीं है . नदी सूख  गयी है. नदी में  पूरा गाँव  बच्चन के साथ पानी खोजत खोजत १५ दिन से काम में लगा है . हम लोग डी ऍम ,एस डी ऍम ओर तुमका लिखा गवा लेकिन हमरे काम का देखे सेक्रेटरी तक नहीं आवा. कहे का  सहारा तुम अधिकारीं का. जब हम मरे क़ि तयारी माँ है तो तुम आय  हो .
अच्छी परीछा प्रधान तुम ले रहे हो . बी डी ओ ने पुरे गाँव के सामने कहा क़ि अब केवल काम नदी में लगेगा. राम बदन क़ि देख रेख में . सभी लोगो को काम के भुगतान के नियम बताये प्रधान से कहा क़ि दो दिन के अन्दर प्रस्ताव स्वीकृत हो जायगा दो दिन के बाद काम सुरु करदे . इसके पहले सभी जब कार्ड धारक जिनके बैंक में खाते है जिन्होंने  नदी में काम किया है वह जो करना चाहते वह रामबदन उनकी सूचि बनाले उसके अनुसार  काम  पर लोगो को लगान्ये . किसोरी अनीता ने कहा की जो काम अभी तक किया उसकी मजदूरी कब मिलेगी क्यों की हम लोग काम के पैसे से स्कूल  की फीस देते है . हमारी फीस न जमा होने के कारन स्कूल से प्रवेश पत्र नहीं दिया गया है . घर में उधार गल्ला आया है उसको चुकाना है . बी डी ओ साहब ने बाद में समाधान का अस्वासन  दिया. आज महिलाओ  में विशेष चमक  है . पूरा गाँव काम मिलाने से खुसी  है . अब कुछ दिन तन काम अपनी नदी में चलेगा. इस जीत का श्रेय झलरी बाबा को दिया . अपनी जीत  में  स्थान पर  पर कीर्तन किया प्रसाद चडाया.

नारे लगाये की    नारी शक्ति  जागेगी दूर गरीबी भागेगी . लड्किन्यो ने गीत गाये.

अभिमन्यु सिंह
बुंदेलखंड शांति सेना
बेरिपुलिया चित्रकूट 
  

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